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PM Vishwakarma Yojana 2025: पी एम विश्वकर्मा योजना ऑनलाइन आवेदन कैसे करे । क्या प्रक्रिया जाने पूरी जानकारी Apply Now

By Shivspji@123

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भारत सरकार ने परंपरागत कारीगरों और शिल्पकारों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति में सुधार के लिए एक विशेष पहल की है, जिसे PM Vishwakarma Yojana 2025 के नाम से जाना जाता है।

PM Vishwakarma Yojana 2025

यह योजना 16 अगस्त 2023 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शुरू की गई थी। इस लेख में हम इस योजना की पूरी जानकारी प्रदान करेंगे, ताकि पात्र नागरिक इस योजना के लाभ उठा सकें।

PM Vishwakarma Yojana 2025: परिचय और महत्व

योजना का उद्देश्य

PM Vishwakarma Yojana 2025 का प्राथमिक उद्देश्य कारीगरों और शिल्पकारों को उनके व्यवसाय को सशक्त बनाने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करना है। इसमें आर्थिक, तकनीकी, और कौशल विकास को प्रोत्साहित करते हुए पारंपरिक उद्योगों को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाना शामिल है।

योजना की अवधि और बजट

योजना की अवधि वित्तीय वर्ष 2023-24 से 2027-28 तक निर्धारित की गई है। इसके लिए ₹13,000 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है।

PM Vishwakarma Yojana 2025: मुख्य उद्देश्य

  1. आर्थिक स्थिति में सुधार:
    परंपरागत कारीगरों और शिल्पकारों को वित्तीय सहायता और तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करके उनकी आय बढ़ाना।
  2. कौशल विकास और संरक्षण:
    परंपरागत शिल्प और कला के संरक्षण के साथ-साथ उन्हें उन्नत और व्यावसायिक स्तर पर बढ़ावा देना।
  3. आत्मनिर्भरता को बढ़ावा:
    स्व-रोजगार को बढ़ावा देना और व्यवसायिक वृद्धि के लिए आधुनिक संसाधन उपलब्ध कराना।
  4. उत्पाद गुणवत्ता में सुधार:
    उनके उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार कर उन्हें अंतरराष्ट्रीय बाजारों के लिए तैयार करना।
  5. नए रोजगार अवसर:
    तकनीकी और वित्तीय सहायता के माध्यम से स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में नए अवसर उपलब्ध कराना।

PM Vishwakarma Yojana 2025: योजना के लाभ

योजना के तहत परंपरागत कारीगरों और शिल्पकारों को निम्नलिखित लाभ मिलेंगे:

1. आर्थिक सहायता:

  • औजार खरीदने के लिए ₹15,000 तक का अनुदान।
  • बिना गारंटी के ₹1 लाख से ₹2 लाख तक का ऋण केवल 5% की ब्याज दर पर।

2. कौशल विकास:

  • बुनियादी प्रशिक्षण: 5 से 7 दिनों  में (40 घंटे) का प्रशिक्षण।
  • उन्नत प्रशिक्षण: 15 दिनों (120 घंटे) का विशेष प्रशिक्षण।
  • प्रशिक्षण अवधि में ₹500 प्रतिदिन का वजीफा।

3. प्रमाणीकरण और पहचान:

  • प्रमाणपत्र और विशिष्ट आईडी कार्ड।

4. डिजिटल प्रोत्साहन:

  • डिजिटल लेन-देन पर ₹1 प्रति ट्रांजेक्शन (अधिकतम 100 ट्रांजेक्शन तक)।

5. विपणन सहायता:

  • राष्ट्रीय विपणन समिति द्वारा उत्पाद ब्रांडिंग और ई-कॉमर्स में सहायता।

PM Vishwakarma Yojana 2025: पात्रता और दस्तावेज़

योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज़ निम्नलिखित हैं:

पात्रता मानदंड:

  1. आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए।
  2. न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए आवेदक की ।
  3. वह परंपरागत कारीगर या शिल्पकार होना चाहिए।

आवश्यक दस्तावेज़:

  • आधार कार्ड
  • निवास प्रमाण पत्र
  • बैंक खाता विवरण
  • व्यवसाय प्रमाणपत्र (यदि उपलब्ध हो)

PM Vishwakarma Yojana 2025: आवेदन प्रक्रिया

ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया:

  1. अपने नजदीकी लोक सेवा केंद्र (CSC) पर जाएं।
  2. वहां योजना का आवेदन फॉर्म भरें।
  3. आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें।
  4. आवेदन जमा करने के बाद पंचायत या नगर पंचायत द्वारा सत्यापन किया जाएगा।

आवेदन की स्थिति जांचने की प्रक्रिया:

  1. योजना के लिए आधिकारिक वेबसाइट www.pmvishwakarma.gov.in पर जाएं।
  2. लॉगिन के लिए मोबाइल नंबर के माध्यम से लॉगिन इन कर सकते है।

PM Vishwakarma Yojana 2025: योजना के तहत शामिल व्यवसाय

इस योजना में परंपरागत कारीगरों और शिल्पकारों के निम्नलिखित 18 श्रेणियां शामिल हैं:

  1. बढ़ई
  2. नाव निर्माता
  3. लोहार
  4. कुम्हार
  5. मूर्तिकार
  6. जूता कारीगर
  7. धोबी
  8. दर्जी
  9. नाई
  10. खिलौना निर्माता

इसके अलावा अन्य परंपरागत कारीगर और शिल्पकार भी पात्र हो सकते हैं।

PM Vishwakarma Yojana 2025: योजना के सामाजिक और आर्थिक लाभ

  1. परंपरागत व्यवसाय को संरक्षण:
    यह योजना उन समुदायों के लिए जीवनरेखा साबित होगी जो अपने शिल्प और कला को संरक्षित करते आ रहे हैं।
  2. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता:
    वैश्विक बाजार में बेहतर उत्पाद पेश करने की क्षमता से भारत की हस्तशिल्प उद्योग को नई ऊंचाई मिलेगी।
  3. सामाजिक सशक्तिकरण:
    यह योजना कारीगरों को आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने में सहायक है।
  4. उन्नत उपकरण और प्रशिक्षण:
    आधुनिक तकनीक और उन्नत उपकरण कारीगरों की उत्पादकता और आय में वृद्धि करेंगे।

PM Vishwakarma Yojana 2025: FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

1. योजना में कौन-कौन शामिल हो सकता है?

परंपरागत कारीगर और शिल्पकार जैसे बढ़ई, लोहार, कुम्हार, धोबी, दर्जी, आदि।

2. आवेदन कैसे करें?

आवेदन लोक सेवा केंद्र (CSC) के माध्यम से किया जा सकता है।

3. ऋण की अधिकतम राशि कितनी है?

बिना गारंटी के ₹2 लाख तक का ऋण केवल 5% ब्याज पर।

4. प्रशिक्षण के लिए कोई शुल्क है?

नहीं, प्रशिक्षण निशुल्क है और वजीफा भी प्रदान किया जाता है।

5. योजना की वैधता कितने समय तक है?

यह योजना 2027-28 तक वैध है।

6. आवेदन स्थिति कहां से जांचें?

योजना की स्थिति www.pmvishwakarma.gov.in पर देखी जा सकती है।

Important Links

Direct Link to ApplyClick Here
Application Status CheckClick Here
Official WebsiteClick Here

PM Vishwakarma Yojana 2025 परंपरागत कारीगरों और शिल्पकारों के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी। यह योजना न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती है बल्कि तकनीकी और कौशल विकास में भी मदद करती है। यदि आप इस योजना के पात्र हैं, तो जल्द ही आवेदन करें और सरकार की इस पहल का लाभ उठाएं।

PM Vishwakarma Yojana 2025: विस्तृत जानकारी

PM Vishwakarma Yojana 2025 न केवल परंपरागत कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि यह उनके व्यवसाय को विकसित करने के लिए एक व्यापक योजना है। नीचे हम इस योजना से जुड़ी और भी विस्तृत जानकारी साझा कर रहे हैं, जिससे आपको इसका गहराई से समझने में मदद मिलेगी।

PM Vishwakarma Yojana 2025: योजना के अतिरिक्त उद्देश्य

योजना केवल वित्तीय सहायता तक सीमित नहीं है। इसके तहत निम्नलिखित उद्देश्यों को भी ध्यान में रखा गया है:

  • हस्तशिल्प और दस्तकारी की विरासत का संरक्षण:
    भारतीय परंपरागत शिल्प और कला की पहचान को संरक्षित रखना।
  • नए कौशल की सीख:
    आधुनिक और उन्नत तकनीकों के माध्यम से कारीगरों को दक्ष बनाना।
  • स्थानीय और वैश्विक बाजार तक पहुंच:
    उनके उत्पादों को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर प्रदर्शित करके ग्राहकों तक सीधा पहुंचाना।
  • स्टार्टअप प्रोत्साहन:
    युवाओं को स्वरोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने के लिए संसाधन उपलब्ध कराना।

PM Vishwakarma Yojana 2025: वित्तीय सहायता का विवरण

योजना  सहायता निम्नलिखित है:

सहायता प्रकारविवरण
औजार खरीदने के लिए अनुदान₹15,000 का एकमुश्त प्रोत्साहन।
कार्य विस्तार के लिए ऋण₹1 लाख (प्रथम किश्त), ₹2 लाख (द्वितीय किश्त)
ब्याज दरकेवल 5%

ध्यान दें: सभी ऋण बिना गारंटी के दिए जाएंगे।

PM Vishwakarma Yojana 2025: प्रशिक्षण और कौशल विकास

सरकार का ध्यान केवल आर्थिक सहायता पर नहीं है, बल्कि कारीगरों के कौशल को उन्नत बनाने पर भी है।

1. बुनियादी प्रशिक्षण:

  • अवधि: 40 घंटे (5 से 7 दिन)
  • उद्देश्य: परंपरागत कला के साथ आधुनिक तकनीक का मेल।

2. उन्नत प्रशिक्षण:

  • अवधि: 120 घंटे (15 दिन)
  • उद्देश्य: नए उपकरणों और तकनीकों का उपयोग सीखना।
  • लाभ:
    • प्रशिक्षण के दौरान ₹500 प्रतिदिन वजीफा।
    • गुणवत्ता सुधार के लिए प्रमाणपत्र।

PM Vishwakarma Yojana 2025: विपणन और ब्रांडिंग

राष्ट्रीय विपणन समिति की सहायता:

  • उत्पाद की ब्रांडिंग:
    शिल्पकारों को उनके उत्पादों की ब्रांडिंग में मदद।
  • विपणन मंच:
    स्थानीय बाजार के साथ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विपणन।
  • ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म का उपयोग:
    कारीगरों को Amazon, Flipkart और अन्य बड़े प्लेटफॉर्म पर पंजीकृत करने में सहायता।

PM Vishwakarma Yojana 2025: पारंपरिक शिल्प का संरक्षण

योजना में 18 परंपरागत शिल्प शामिल किए गए हैं, लेकिन यह इस सूची तक ही सीमित नहीं है। भविष्य में अन्य शिल्पकारों को भी जोड़ा जा सकता है।

शिल्प का नामसंभावित लाभ
बढ़ईनए उपकरण और सामग्री उपलब्ध कराना।
नाव निर्माताउन्नत डिज़ाइन और नई तकनीकों का प्रयोग।
लोहारऔजारों की मरम्मत और नई तकनीक का उपयोग।
कुम्हारमशीनी उपकरणों और नई विधियों से मिट्टी के काम को बढ़ावा।
नाईसैलून सेवाओं के लिए उपकरण और प्रशिक्षण।

PM Vishwakarma Yojana 2025: डिजिटलीकरण की भूमिका

डिजिटल भुगतान पर प्रोत्साहन:

  • प्रत्येक डिजिटल लेन-देन पर ₹1 का प्रोत्साहन।
  • अधिकतम 100 लेन-देन तक प्रोत्साहन।
  • उद्देश्य: कारीगरों को डिजिटल अर्थव्यवस्था का हिस्सा बनाना।

डिजिटल पहचान:

  • सभी लाभार्थियों को एक विशिष्ट विश्वकर्मा आईडी कार्ड दिया जाएगा।
  • इसे राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त होगी।

PM Vishwakarma Yojana 2025: प्रभाव

कारीगरों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव:

  1. आय में वृद्धि:
    उन्नत उपकरण, वित्तीय सहायता, और प्रशिक्षण से उनकी आय में वृद्धि होगी।
  2. सामाजिक स्वीकृति:
    समाज में उनकी पहचान और सम्मान बढ़ेगा।
  3. व्यापार का विस्तार:
    उन्हें अंतरराष्ट्रीय बाजार में कदम रखने का मौका मिलेगा।

PM Vishwakarma Yojana 2025: FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

1. योजना में शामिल 18 शिल्प के अतिरिक्त अन्य ट्रेड्स कब जोड़े जाएंगे?

योजना के तहत ट्रेड्स की सूची समय-समय पर अपडेट की जाएगी। आप आधिकारिक पोर्टल पर नवीनतम जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

2. योजना में आवेदन शुल्क क्या है?

यह आवेदन पूरी तरह से फ्री है।

3. प्रमाणपत्र और प्रशिक्षण के लिए क्या किसी और दस्तावेज़ की आवश्यकता होगी?

आधार कार्ड और व्यवसाय से संबंधित कुछ प्रमाणपत्रों की आवश्यकता हो सकती है।

4. योजना के माध्यम से कोई आयु सीमा निर्धारित की गई है?

हां, आवेदक की आयु न्यूनतम 18 वर्ष होनी चाहिए।

5. योजना में किन उपकरणों के लिए आर्थिक सहायता दी जाएगी?

औजार खरीदने के लिए ₹15,000 तक का अनुदान। इसमें लोहे, लकड़ी, मिट्टी आदि से संबंधित उपकरण शामिल हैं।

PM Vishwakarma Yojana 2025: निष्कर्ष

PM Vishwakarma Yojana 2025 भारतीय परंपरागत कारीगरों के लिए एक अद्वितीय पहल है। यह योजना आर्थिक सहायता, कौशल विकास, और व्यवसाय के विस्तार में सहायक साबित होगी। इस योजना से देश के हस्तशिल्प और कला उद्योग को नए अवसर मिलेंगे और कारीगरों को आत्मनिर्भर बनने का मौका मिलेगा।

यदि आप पात्र हैं, तो आवेदन करने में देर न करें और सरकार की इस क्रांतिकारी योजना का लाभ उठाएं।

अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक पोर्टल www.pmvishwakarma.gov.in पर जाएं।

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